काशी के श्मशान में गुलाल नहीं चिता की भस्म वाली होली, ये है परंपरा.

  • last year
#holi2023 #festival #holispecial #varanasi #masanholi #manikarnikaghat
वाराणसी में श्मशान में होने वाली मसान होली (Masan Holi) पूरी दुनिया में सबसे निराली है. ऐसा इसलिए क्योंकि महादेव के इस शहर में भोले के भक्त सिर्फ रंग और गुलाल से नहीं बल्कि चिता की राख से भी होली खेलते है. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस परंपरा की शुरुआत महादेव ने ही की थी. जब भगवान शिव रंगभरी एकादशी को पार्वती का गौना करने के लिए आए थे तो उनके साथ भूत, प्रेत, पिशाच, गंधर्व, किन्नर, पशु-पक्षी सब थे, जिनके लिए अगले दिन श्मशान पर चिताओं की भस्म होली खेले जाने की परंपरा को बनाया गया. अब नई जनरेशन ने इस परंपरा को अलग ही रंग दे दिया है. इस बार महाश्मशान पर खेली जाने वाली भस्म होली में भारी तादाद में युवा और देश-विदेश से आए पर्यटकों ने हिस्सा लिया. मणिकर्णिका घाट से लेकर विश्वनाथ कॉरीडोर तक घाट खचाखच भरा हुआ था.

Recommended