जेल के भीतर कैदी ने क्यों लगाई फांसी

  • 4 years ago
इटावा जनपद की जिला जेल में रविवार देर रात एक कैदी पंकज यादव पुत्र रमेश चंद ग्राम कुकरकाट थाना ऐरवाकटरा जनपद औरैया ने संदिग्ध परिस्थितियों में फाँसी लगा ली। जिसके बाद मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दी गई। वहीं मौके पर पहुँचे परिजनों ने युवक के नाबालिग होने के साथ पुलिस विभाग की लापरवाही की बात कही। इस मामले जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल मैन्युअल के अनुसार उम्र तय होती है। वहीं उन्होंने बताया कि जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी जांच के बाद उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। बता दें कि पंकज छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार होकर इटावा जिला जेल लाया गया। कोई भी पुलिस का अधिकारी नहीं आया देने जानकारी मृतक के ताऊ लाईक सिंह ने बताया कि सुबह 4 बजे मुझे मेरे भाई ने फ़ोन करके बताया कि पंकज ने जेल में फांसी लगा ली। जिसके बाद हम इटावा आए लेकिन यहाँ पर हमें कोई भी पुलिस अधिकारी नहीं मिला न ही कोई यहाँ जानकारी देने वाला था। वहीं आगे उन्होंने बताया कि लड़के की उम्र सर्फ 15 साल। वहीं पोस्टमार्टम गेट पर शव ट्रॉली पर रखा हुआ था। इन सब बातों से लग रहा कि बच्चे को फसाया जा रहा था। फ़र्ज़ी मामले में फसाया गया था मृतक के भाई विजय बहादुर सिंह ने बताया कि मेरे भाई 10 अगस्त को जेल आ गया था जिसके बाद 14 वे दिन उसके फाँसी लगाने की जानकारी मिलती है। उसको पास के ही एक लोग ने फ़र्ज़ी छेड़छाड़ के मामले में फसा दिया था जिसमें मामला दर्ज होने के बाद उसे जेल हो गयी। रात को फ़ोन से मिली भाई के फाँसी की सूचना वहीं विजय बहादुर ने बताया कि बीती रात को जेल से फ़ोन गया था और उन्होंने भाई की तबियत ठीक न होने की बात कहकर खर्चा भेजने की बात कही थी। जिसके बाद रात 1बजे फिर फ़ोन आया और बताया गया कि पंकज ने बाथरूम में फांसी लगा ली।

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