VID-20200617-WA0021

  • 4 years ago
राकेश गांधी
राजसमंद. सबकुछ सही रहा तो जिले में विभिन्न स्थानों पर खड़े मार्बल स्लरी के पहाड़ नजर नहीं आएंगे। काफी कुछ खुला-खुला सा वातावरण दिखाई देगा। ऐसा बताया जा रहा है कि निकट भविष्य में पुट्टी आदि बनाने वाले तीन-चार बड़े कारखाने इस क्षेत्र में खुलने वाले हैं। इससे न केवल हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि व्यर्थ पड़ी मार्बल स्लरी का उपयोग भी होने लगेगा।