हजरत कमालुद्दीन ने मुस्लिम समाज के को दिया संदेश, नमाज घर पर ही अदा करें
  • 4 years ago
जसवंतनगर में हजरत कमालुद्दीन ने मुस्लिम समाज के लोगों को दिया संदेश, लोग घर पर ही अदा करें जुमे की नमाज जसवंतनगर में मौलाना कमालुद्दीन अशरफी ने कहा कि पिछले कई सालों में पहली बार आज नगर की सभी मस्जिदों में नहीं होगी जुमे की नमाज, इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के चलते शुक्रवार को जुमे की नमाज नहीं होगी। इटावा ईदगाह और जसवंतनगर गोले वाली मस्जिद के इमाम हजरत मो.कमालुद्दीन अशरफी ने जानकारी दी है कि नमाजियों की सुरक्षा के चलते नमाजे जुमा यानी शुक्रवार की नमाज नगर के किसी भी मस्जिदों में नही होगी लिहाजा नमाजी अपने अपने घरों के अंदर ही जुमे की नमाज को जौहर की नमाज ने अदा करें। इसके अलावा अन्य नमाजें भी घर पर ही पढ़े मस्जिदों में नमाज नही पढ़े जिससे कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण खतरे से महफूज रहा जा सके। साथ ही मौलाना ने बताया कि वरिष्ठ धर्मगुरुओं समेत डॉक्टरों ने भीड़ से दूर रहने की अपील की है। मौलाना ने कहा कि हमें तमाम मुल्कों के आवामो सहित अपने मुल्क भारत के सभी आवाम की हिफाजत करनी है इस खातिर सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए। श्री अशरफी ने कहा कि जितना हो सके मस्जिद में भीड़भाड़ कम ही की जाए। ऐसा करके ही हम कोरोना वायरस से बच सकते हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए बचाव के उपायों को अपना लेना जरूरी है, क्योंकि ऐसा न करने से दूसरे लोगों को खतरा हो सकता है और इस्लाम में किसी की जिंदगी को खतरे में डालना गलत कामों में से एक है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोग जिन्हें मस्जिद में जाने से रोका जा रहा है, उन्हें इस बात का यकीन रखना चाहिए कि उनकी मंशा दूसरों की हिफाजत करना है।
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