न किसी काम में दिल नहीं लगता, न कोई काम पूरा होता (बस ज़िंदगी कट रही है) || आचार्य प्रशांत (2023)
  • 5 months ago

#acharyaprashant

वीडियो जानकारी:

प्रसंग:
~ क्यों हमारा काम समय पे पूरा नहीं हो पाता ?
~ कैसे हमारा व्यक्तित्त्व बहुआयामी हो सकता है ?
~ एक ही काम पर आवश्यकता से अधिक समय लगाना गलत क्यों है ?
~ हमारी मूल समस्या कौनसी है ?
~ हम क्यों आतंरिक कमजोरी को छिपाने के लिए इतनी मेहनत क्यों करते है ?
~ क्यों हम बाहरी सफलता की आड़ में भीतरी विफलता छिपाते है ?
~ मेहनत से पहले और ज्यादा जरुरी क्या है ?
~ काम का समय से पूरा होना ज्यादा बड़ी समस्या क्यों है ?
~ क्यों हम अपने सब अवतारों को बहुकला प्रवीण दिखाते है ?

संगीत: मिलिंद दाते
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