अलवर संभाग बन जाए तो तीन टुकड़े होने का मलाल नहीं

  • last year
लगातार सफर से तबीयत कुछ नासाज तो लगी तो रुटीन चैकअप के लिए अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय जाना हुआ। अस्पताल के प्रवेश द्वार से लेकर अंदर तक हर तरफ मरीजों की भीड़ ही भीड़।

Recommended