आखिर कब तक सहता बोझ ​बेचारा, लड़खड़ा कराकर आखिर गिर ही गया
  • last year
आखिर कब तक सहता बोझ ​बेचारा, लड़खड़ा कराकर आखिर गिर ही गया
Recommended