लापरवाही: कहीं पैनल टूटकर गिर गया तो कहीं दीवार ही धंस चुकी, मेंटनेंस के नाम पर करोड़ों खर्च फिर भी ऐसी दुर्गति
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हर साल नहर मरम्मत के नाम पर सिंचाई विभाई के द्वारा मेंटनेंस के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किया जाता है लेकिन इसके बाद भी नहर की दुर्गति किसी से छिपी नहीं है। बताया जा रहा है जांजगीर सब डिवीजन के अंतर्गत करीब पांच साल पहले बड़ी और छोटी नहर मेंटनेंस के लिए 17करोड़ रुपए रुपए स
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