Beneshwar:पांच शताब्दियों से लोक संस्कृति के संगम का आईना है ‘सोम-महीसागर संगम् तीर्थ’
  • 2 years ago
File vedio मावजी महाराज के अवतरण से पहले ही शुरू हो चुका था बेणेश्वर टापू पर मेला
- अकबर के समकालिक माने जाने वाले रावल आसकरण के समय से शुरू हुई थी मेले की परंपरा
- रावल शिवसिंह और उदयसिंह द्वितीय के समय परवान पर रही मेले की रौनक
- माघ पूर्णिमा विशेष
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