दशहरे के पुतले में इकबाल करते हैं कमाल की कारीगरी, उस विपत्ति के समय को याद कर आज भी छलक आता है उनका दर्द
  • 3 years ago
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम कराने वाली कमेटी के पदाधिकारियों ने उस विपत्ति के समय उनकी हर तरह से मदद की।
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