दशहरे के दिन क्यों मनाया जाता है सिंदूर खेला? |Sindoor Khela|Durga Puja
- 3 years ago
सिंदूर खेला (Sindoor khela) की रस्म सालों से चली आ रही है. खासतौर से बंगाली समाज में इसका विशेष महत्व है. माना जाता है कि मां दुर्गा साल में एक ही बार अपने मायके आती हैं. वह अपने मायके में 10 दिनों तक रुकती हैं. इन्हीं 10 दिनों को दुर्गा पूजा (Durga puja) के रूप में मनाया जाता है. आपको बता दें कि सिंदूर खेला की रस्म पश्चिम बंगाल (West Bengal) में ही पहली बार शुरू हुई थी #SindoorKhela #BengalFestival #DurgaPuja #NewsNationTV
Recommended
Women in Sindoor Khela on Last day of Durga Puja | सिंदूर खेला के साथ दुर्गा पूजा का समापन
Amar Ujala
Karan Johar Participates In 'Sindur Khela' With Rani And Kajol On Last Day Of Durga Puja
LehrenDotCom