हिन्दी दिवस विशेष : शृंगार ऐसा हो कि चमके हिंदी की बिंदी
  • 3 years ago
अच्छाई का दुरुपयोग न हो
अतुल कनक, वरिष्ठ साहित्यकार
हिन्दी की ताकत यही है कि वो दूसरी भाषाओं के शब्दों को भी पूरी आत्मीयता के साथ आत्मसात कर लेती है, लेकिन कई बार आपकी अच्छाई का दुरुपयोग कुछ अवसरवादी प्रवृत्तियां कर लेती हैं। हिन्दी के साथ यही हुआ। विदेशी भाषाओं को अप
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