बोहरा समाजजन ने रखा रोजा

  • 3 years ago
शाजापुर। बोहरा समाज के अलग-अलग परिवारों के 1 से लेकर 5 वर्ष तक के 60 बच्चों ने रोजा रखना सीखा। इसमें 11 माह के बुरहानुद्दीन ने भी सुबह 5.30 से 6.30 तक बिना खाए पीए रोजा रखा। इसी के साथ बोहरा बाखल निवासी मोहम्मद मुस्तफा ने रजब का अपना 5वां रोजा रखा। यहां रोजा धार्मिक भावना और अध्यात्म बढ़ाने के लिए करवाया जाता है। समाज के मीडिया प्रभारी मुस्तफा अली द्वारा बताया गया कि हिजरी कैलेंडर के अनुसार रजत माह की 27 तारीख को इस्लाम की नींव रखी गई थी। इस दिन को समाज विशेष रूप में मनाता है और एक दिन का रोजा रखता है, जिसमें परिवार के सभी सदस्य शामिल होते हैं, चाहे वह छोटा हो या बड़ा। यह रोजा रमजान माह की तरह ही होते हैं, जिसमें छोटे बच्चों को रोजे रखने पर समाज के बड़े लोग उन्हें गिफ्ट भी देते हैं। 10 मार्च को रखे गए रोजे में गुरुवार को आमिल साहब, दरगाह मैनेजर शेख अली असगर द्वारा बच्चों को गिफ्ट दिए गए। इस दोरान मुंबई से सैयदना साहब की वीडियो रिकाॅर्डिंग भेजी गई, जिसे समाज के लोगों ने घर पर ही सुना। उन्होंने रोजे का धर्म और फायदे बताए।

Recommended