आधा दर्जन से ज्यादा बैंक एटीएमों में आई खराबी, लोगों के लिए बनी परेशानी
  • 3 years ago
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को कैश लेश सुविधा देने की बात करते है। लोग हाथों में एटीएम लेकर एक से दूसरे और दूसरे से तीसरे एटीएम के चक्कर लगा रहे है,लेकिन कोई भी एटीएम मशीन ठीक नही है। लोग कैश निकालने के लिए भटक रहे है।

देश में भले ही नोटबंदी को लंबा समय को गुजरे हो गया हो,लेकिन आज भी देश की सभी बैंकों ने नोटबंदी जैसे हालात बना रखें है। लोगों की सुविधा के लिए एटीएम मशीनें शहर और क़स्बों में खोली गई। कैश निकालने में लोगों को परेशानी ना हो लेकिन यही मशीन आज लोगों के लिए परेशानी बनी हुई है। कोसीकलां कस्बा हरियाणा और राजस्थान की सीमा से जुड़ा हुआ क्षेत्र है। कोसी कस्बे में एक दर्जन से अधिक बैंक होने के साथ-साथ आधा दर्जन से अधिक एटीएम खोले गए। बैंक ग्राहक बिना लाइन में लगे अपने पैसे को जरूरत पड़ने पर निकाल सकें। एटीएम मशीन के आदि हो चुके लोग अब दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। इसका सबसे बड़ा कारण है बैंक एटीएम ख़राब होना। बैंको में अधिक भीड़ होने के कारण लोग एटीएम की तरफ दौड़ते है लेकिन उस समय हताश हो जाते जब मशीन या तो खराब मिलती या पैसे नही होते है। आईसीआईसीआई बैंक, सेंट्रल बैंक, स्टेट बैंक, बैक ऑफ इंडिया, कैनरा बैंक सहित कई अन्य एटीएम मशीनें इस समय बन्द हुई पड़ी हुई है। वही एक दो एटीएम मशीने शुरू होने के बाद अक्सर कर एटीएम मशीनों पर लंबी लाइन मिल ही जाएंगी।

एटीएम मशीनों के खराब होने के चलते स्थानीय बैंक उपभोक्ता परेशान है। बैंक उपभोक्ताओं का कहना है कि जब इन एटीएम मशीनों को खोला गया है तो बहुत ही खुशी थी। जिसे उपभोक्ता इस्तेमाल कर सके। एटीएम मशीनें कस्बे के प्रमुख स्थानों पर लगी है। सभी मशीन शोपिश बनी हुई है। एक मशीन पर तैनात गार्ड ने बताया कि नेट न होने के कारण मशीन बन्द है, लेकिन मशीन अगले 8 दिनों से खराब है। केनरा बैंक के एटीएम का महीनों से शटर बन्द है।

एटीएम मशीन से पैसे निकालने आये छीतर नाम के उपभोक्ता ने बताया कि पैसे की जरूरत थी।

एटीएम से केश लेने आया था कई बैंकों के एटीएमों पर गया कोई भी सही नही मिला। छीतर का कहना है कि ज्यादातर मशीनें ख़राब है। इससे आ अच्छा है कि इनको बंद कर दिया जाए।
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