इस गाँव में न होता है दशहरा और न फूंका जाता है रावण का पुतला
  • 4 years ago
इस गाँव में न होता है दशहरा और न फूंका जाता है रावण का पुतला
#Is gaav me nahi manaya jata #Dehsara #Aur na hi jalta hai Ravan
देशभर मैं दशहरा बड़े धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित गांव जिसको रावण का पैतृक गांव में माना जाता है, वहां पर दशहरा का पर्व नहीं मनाया जाता है और यहां रावण का भी दहन नहीं होता है... आइये चलते हैं इस गांव में और जानते हैं कि इस गांव का महत्व क्या है और यहां पर दशहरा क्यों नहीं मनाया जाता है। उत्तरप्रदेश के ग्रेटर नोयडा जिले के बिसरख गांव में भी रावण का मंदिर है। यहां ऐसी मान्यता है कि यहा रावण का ननिहाल था। नोएडा के शासकीय गजट में रावण के पैतृक गांव बिसरख के साक्ष्य मौजूद नजर आते हैं। इस गांव का नाम पहले विश्वेशरा था जो रावण के पिता विश्रवा के नाम पर पड़ा था। अब इस गांव को बिसरख के नाम से जाना जाता है। गौतम बुध नगर के सूरजपुर मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव की सड़क वर्तमान में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आता है यहां सड़क मार्ग से यहां पहुंचा जा सकता है पहले यह इलाका ग्रेटर नोएडा के शहरी जंगलों के बीच में था लेकिन अब बड़ी-बड़ी गगनचुंबी इमारतें बनने के बाद इस क्षेत्र का विकास तेजी से हुआ है।
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