कोरोना को हराने के लिए 'नो मास्क, नो एंट्री'
  • 4 years ago
जयपुर। कोरोना का कहर राज्य में बढ़ता जा रहा है। अब तक संक्रमितों की कुल संख्या डेढ़ लाख पार हो चुकी है। राज्य में एक लाख 52 हजार 605 संक्रमित दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं एक्टिव केस राज्य में 21382 हो चुके हैं। कई सरकारी कार्यालयों में, बैंकों में कोरोना संक्रमण हो चुका है। यह देखते हुए अब सरकारी कर्मचारियों से लेकर आम लोग तक जागरूकता से कोरोना को हराने की कोशिश में लगे हैं। इसीलिए 'नो मास्क, नो एंट्री' अभियान राज्यभर में अभी जोरों पर है। कार्यालयों, घरों और बाजारों तक में नो मास्क नो एंट्री पर पूरा जोर दिया जा रहा है। बाजार में दुकानदार बिना मास्क आने वाले को सामान देने से इंकार कर रहे हैं, वहीं अन्य जगहों पर भी मास्क पहनकर ना आने वाले को किसी तरह की जानकारी ना देने की पहल की जा रही है। इस पहल पर लोग अब साथ आने लगे हैं।

ताकि दिवाली बनें सुरक्षित
दिवाली को लेकर इन दिनों बाजार में एक बार फिर रौनक दिखाई देने लगी है। महामारी ने जो बाजारों से ग्राहक छीने थे, एक बार फिर ग्राहकों ने बाजार का रुख किया है। इन सभी के बीच दुकानदार इस संक्रमण से दिवाली की खुशियां खराब करने के लिए बिलकुल समझौता नहीं कर रहे हैं। शहर का मुख्य बाजार जौहरी बाजार की ही बात करें तो यहां पर हर दुकान में सोशल डिस्टेंसिंग का खयाल रखा जा रहा है। साथ ही जो व्यक्ति बिना मास्क आ रहा है, उसे दुकान में एंट्री नहीं दी जा रही। हवामहल के सामने हैंडीक्राफ्ट शॉप के सादिक खान ने बताया कि कस्टमर मास्क लगाकर नहीं आता तो हम उसे सामान नहीं बेचते। सभी दुकानदारों ने यह तय कर रखा है।

सरकारी कार्यालयों का अभियान
सरकारी कार्यालयों में भी कर्मचारियों सहित आम लोगों को मास्क के बिना एंट्री नहीं दी जा रही है। वहीं राजस्थान अल्पसंख्यक अधिकारी कर्मचारी महासंघ ने भी अभियान छेड़ रखा है। संघ की ओर से 'नो मास्क, नो एंट्री' अभियान को राज्यभर में चलाया जा रहा है। प्रदेश सचिव जावेद अहमद नकवी ने बताया कि कोरोना महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए महासंघ की ओर से चरणबद्ध तरीके से यह संकल्प अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेशाध्यक्ष हारून खान ने बताया कि 'नो मास्क, नो एंट्री' अभियान में प्रदेशभर में कार्यशालाएं आयोजित कर आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसमें अधिकारियों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों, व्यापारी, मजदूर, आम लोगों के साथ संवाद किया कर जागरूक किया जा रहा है।

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