आत्मनिर्भर बनने के लिए दिव्यांगों ने लगाया स्टॉल, डीएम ने बढ़ाया हौसला
  • 4 years ago
दिव्यांगता एक अभिशाप है जिसके चलते पराए ही नहीं बल्कि अपनों का भी रुसवाईयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे दिव्यांगों के लिए समर्पण संस्था इन दिनों रहबर बनी हुई है। जी हां गाजीपुर में समर्पण संस्था के संस्थापक दिव्यांगों की मां के रूप में चर्चित सबिता सिंह अब दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी हुई है और उनको आत्मनिर्भर बनाने में एक निजी कंपनी ने पहल की है। दरअसल निजी कंपनी द्वारा उत्पाद किये गए चावल को बेचने के लिए दिव्यांगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। चावल को बेचने के बाद दिव्यांगों को उचित कमीशन देने की बात कही जा रही है।
बता दें कि गाजीपुर के विकास भवन पर दोनों पैर और एक हाथ से विकलांग यह सुमित उपाध्याय है।आज उनके द्वारा चावल के एक स्टाल की शुरुआत जिलाधिकारी द्वारा फीता काटकर किया गया है और जिलाधिकारी ने आत्मनिर्भर भारत के तहत इन दिव्यांग का हौसला अफजाई किया । दरअसल सुमित दिव्यांगों के लिए काम करने वाले समर्पण संस्था का सदस्य है और इसी संस्था के प्रयास से जनपद में चावल का उत्पाद करने वाली सुखबीर एग्रो एनर्जी के द्वारा इस दिव्यांग को चावल के कई वैरायटी का स्टाक उपलब्ध कराया गया है । यह स्टॉक कंपनी के कास्ट पर उपलब्ध कराया गया है, और बिक्री के बाद दिव्यांगों का कमीशन उपलब्ध कराकर कंपनी अपने चावल का कास्ट लेगी । इस तरह से दिव्यांग जो समाज की तरफ से उपेक्षित हैं और उनके पास अपना कोई पूजी भी नहीं है। ऐसे में भारत सरकार के द्वारा शुरू किए गए आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत कंपनी और दिव्यांगों का एक पहल है। आज अपने स्टाल के शुभारंभ के मौके पर दिव्यांग भी काफी खुश नजर आए और उन्हें उम्मीद है कि उनके द्वारा लगाए गए स्टाल से वह खुद आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
Recommended