गंगा पर बने हमीद सेतू पर आवागमन ठप होने से किसान परेशान
  • 4 years ago
गाजीपुर में 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर जनपद वासियों को नवागत जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के द्वारा गंगा नदी पर बने हनी सेतु पर आवागमन को हरी झंडी देकर तोहफा देने का काम किया है। आज से हल्के वाहनों के साथ ही अधिकतम 38 टन की क्षमता के हैवी वाहन भी गुजरेंगे। दरअसल गंगा पार के सैकड़ो गांव समेत बिहार को जोड़ने वाला गंगा पार बने हमीद सेतू पूर्ण रूप से डैमेज हो चुका था। 90 दिनों तक चले हमीद सेतू की रिपेयरिंग के बाद अब ठीक हो चुका है। लेकिन अभी तक पुलिस द्वारा हल्के वाहनों के अलावा अन्य किसी वाहनों का आवागम नहीं होने दिया जा रहा है। इस दौरान हमीद सेतू पर हल्के वाहन फर्राटा भर रहे थे। जाबकि हैवी वाहनों को पुल से लौटा दिया जा रहा है।
पैदल व बाइक से पुल पर कर रहे लोगों में स्थानीय जमालुद्दीन ने बताया कि गंगा पार सैकड़ो गांव के साथ ही बिहार के सैकड़ो गांव भी प्रभावित है। ग़ाज़ीपुर और बिहार के लोगों में एक दूसरे से बेटी रोटी का नाता है। लेकिन इस पुल के बंद होने से किसान ज्यादा प्रभवित है। गंगा पार के किसानों की पैदावार मंडियों तक नहीं पहुच पा रही है। किसान अपनी फसलों को सस्ते दामो में बेचने को मजबूर है। अगर किसान मंडी तक पहुचने की कोशिश करता है तो उसे अपने फसल को मंडी तक पहुचाने के लिए दोगुना तिगुना किराया देना पड़ता है। लेकिन जिलाधिकारी का आज सुबह 8 बजे से आवागमन संचालित होने का निर्देश हवा हवाई नजर आ रहा है। क्योंकि हमिद सेतु के दोनों तरफ सुरक्षा के लिए लगाए गए पुलिसकर्मियों के पास अभी तक आवागमन के संचालन के लिए कोई निर्देश नहीं आया है । जिसके चलते दिन के 10:00 बजे तक आवागमन पूर्व की भांति संचालित होता नजर नहीं आया। बता दें कि जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में हमीद सेतू रिपेयर करने के लिएअगले 2 माह के लिए आवगमन बंद कर दिया गया था। इस दौरान नेशनल हाईवे के द्वारा पूरे पुल का रोलर बेयरिंग बदलकर मरम्मत किया गया। लेकिन 2 माह बीतने के बाद भी पुल चालू नहीं हो पाया था, और अब तकरीबन पुल के बंद हुए 90 दिन बीत चुके हैं । फिर भी चालू नहीं हुआ। वही बिहार राज्य से आने वाले ट्रकों के माध्यम से सामान जनपद में ना पहुंचकर जमानिया चंदौली वाराणसी होते हुए गाजीपुर और अन्य जनपदों के लिए आ रहा है । जिसके चलते इन वाहनों पर आने वाले सामानों का खर्च बढ़ जा रहा है। तो वही बहुत सारे बड़े वाहन बंद हो चुके हैं और यात्री वाहन पुल के दोनों तरफ रुक जा रहे हैं और यात्रियों को इस पुल पर पैदल यात्रा करने को मजबूर है
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