शहीद का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
  • 4 years ago
कन्नौज जिले का लाल लद्दाख के पटसेउ में शहीद हो गया। सैन्य अधिकारियों ने भाई को फोन पर इसकी सूचना दी। जानकारी होते ही पूरे क्षेत्र में शोक की दौड़ गई। शहीद का पार्थिव शरीर आज सुबह गांव पहुंचा जिसके बाद शहीद जवान को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान गांव में भारी भीड उमड़ी और लोगों ने नम आंखों से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 50 लाख रूपये की आर्थिक मदद देते हुए शहीद के परिवार के एक सदस्य को नौकरी और जिले की एक सड़क का नामकरण कर शहीद गोपालबाबू के नाम पर घोषणा की गई ।
कन्नौज जिले के क्षेत्र के थाना ठठिया क्षेत्र के औसेर मवइया-सरसई गांव निवासी इकत्तीस वर्षीय गोपाल बाबू पुत्र रामऔतार शुक्ला वर्ष 2010 में सेना में भर्ती हुए थे। इस समय उनकी तैनाती चीन सीमा लद्दाख के पटसेउ में थी। फोन पर भाई हरिओम शुक्ला को सेना के अधिकारियों ने फोन पर गोपाल के शहीद होने की सूचना दी। इससे घर में चीख-पुकार मच गई। भारतीय सेना के शहीद जवान गोपाल बाबू के पार्थिव शरीर को शुक्रवार सुबह उनके गांव में ही राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। जिसमे प्रभारी मंत्री पंचायतीराज विभाग भूपेन्द्र चैधरी, सांसद सुब्रत पाठक, छिबरामउ विधायक अर्चना पांडेय, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत, जिलाधिकारी राकेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह, वीरसिंह भदौरिया, मंडल अध्यक्ष ठठिया दीपक कटियार, प्रकाश पाल, ब्लाॅक प्रमुख उमर्दा अजय वर्मा, संजू कटियार, अनिल दोहरे, अनिल पाल, चौहान, इंद्रेश यादव, ठठिया थानाध्यक्ष राज कुमार सिंह व ग्रामवासियों द्वारा पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। दो मिनट का मौन रख कर उनकी आत्मशांति के लिए प्रार्थना की। सेना के जवानों और पुलिस कर्मियों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सेना के जवानों ने शहीद के परिवारीजनों को ध्वज सौंपा और यह प्रतिज्ञा कराई कि वह प्रत्येक राष्ट्रीय पर्व पर देश का झंडा फहराएंगे तथा कभी भी देश के गौरव को ठेस नहीं पहुंचने देंगे। इसके बाद प्रभारी मंत्री ने शहीद जवान की पत्नी आरजू को 35 लाख रूपए तथा पिता राम रतन व मां पुष्पा देवी को 15 लाख रूपए आरटीजीएस के माध्यम से उनके खाते में भेज दिए।
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