उधार न लौटाना पड़े इसलिए दोस्त ने ही साथियों के साथ मिलकर की थी धर्मेंद्र की हत्या
  • 4 years ago
आजमगढ़। निजामाबाद थाना क्षेत्र के दत्तत्रेय धाम पर हुई युवक की हत्या का राज पुलिस ने खोल दिया है। हत्या की वजह एक लाख रूपये कर्ज बताई जा रही है। दोस्त से कर्ज के रूप में लिया गया एक लाख रूपया वापस न करना पड़े इसलिए उसकी हत्या कर दी गयी। पुलिस ने विकलांग सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी को न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
बता दें कि निजामाबाद थाना क्षेत्र के परानपुर गांव निवासी धर्मेंद्र चैहान पुत्र रघुवर का हत्या कर फेंका गया शव पांच अगस्त को दत्तात्रेय धाम से गुजरी तमसा नदी में पाया गया था। इस मामले में मृतक के भाई हरेन्द्र चैहान पुत्र रघुवर चैहान ने मारूफपुर गांव निवासी कपिल कुमार पुत्र लालधारी, परानपुर निवासी राजेश यादव पुत्र सुमति यादव एवं रमेश यादव पुत्र रामश्रय यादव के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराया था। आरोप था कि उक्त लोग धर्मेंद्र को घर से बुलाकर ले गए और हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया।
पुलिस मामले की जांच में जुटी थी कि सोमवार को मृतक के परिवार के लोगों ने एसपी से मुलाकात कर पुलिस पर आरोपियों के दबाव में होने और कार्रवाई न करने का आरोप लगाया था। इस ममाले में पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह ने निजामाबाद पुलिस को तत्काल गिरफ्तारी का निर्देश जारी किया था। इसी बीच मंगलवार को पूर्वांह्न करीब 9.10 बजे प्रभारी निरीक्षक निजामाबाद अनवर अली एवं उप निरीक्षक आकाश कुमार ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी कपिल कुमार, राजेश यादव व रमेश यादव को रानी की सराय बाईपास से गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त आटो भी बरामद कर लिया।
पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि आरोपियों की मृतक धर्मेन्द्र चैहान से अच्छी दोस्ती थी। दोस्ती में ही आरोपियों ने मृतक से एक लाख रुपया उधार लिया था। लाकडाउन में आय का श्रोत न होने के कारण वे पैसा लौटा नहीं पा रहे थे जबकि धर्मेंद्र पैसे के लिए दबाव बना रहा था। इससे तंग आकर आरोपियों ने धर्मेंद्र से छुटकारा पाने के लिए उसकी हत्या की योजना बना डाली और 4 अगस्त को उसे पैसा देने के लिए बुलाया। फिर शराब पीने के बहाने साथ ले गए। आरोपी जानते थे कि धर्मेंद्र को तैरना नहीं आता। इसलिए उसे मारपीटकर नदी में फेंक दिया। जिससे उसकी मौत हो गयी।
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