एम्बुलेंस 108 के चालकों ने खड़े किए पीपीई किट पर सवाल
  • 4 years ago
मथुरा । कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए सरकार भरपूर प्रयास कर रही है और हर वह संभव मदद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लोगों को दी जा रही हैं जो कोरोना संक्रमित मरीजों को लाने ले जाने का कार्य करते हैं । लेकिन जब वही लोग स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई पीपीई किट प्रश्नचिन्ह लगा दें तो आप सोच सकते हैं स्थिति क्या होगी । स्वास्थ्य विभाग की 108 एंबुलेंस चालक और परिचालकों ने स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान खड़े किए हैं । इन लोगों का आरोप है इन्हें पीपीई किट की यूरिया खाद की बोरी से तैयार कराई गई किट दी गयी है । एंबुलेंस 108 चालक परिचालक अपनी शिकायत लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और उन्होंने लिखित में शिकायत की है कि जो किट ओरिजिनल हैं वह दी जाएं । इन किटों को पहनकर हम बिल्कुल भी काम नहीं करेंगे ।


पूरे देश में कोरोनावायरस महामारी ने पैर पसार रखे हैं और स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जाने वाली पीपीई किट पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है । 108 एंबुलेंस चालक और परिचालको ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई पीटीई किट की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं । दर्जनों की संख्या में एकत्रित होकर 108 एंबुलेंस चालक और परिचालक जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे और जिला अधिकारी को अपनी समस्या बताते हुए ज्ञापन सौंपा । 108 यूनियन प्रवक्ता आकाश दुबे ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हम लोग कोरोना काल में कोरोना संक्रमित मरीजों को लाने ले जाने का कार्य करते हैं और जो पीपीई किट हम लोगों को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मुहैया कराई गई है वह घटिया क्वालिटी की है और देखने से ऐसा लगता है यूरिया खाद की बोरी से इस पीपीई किट को तैयार करा कर हम लोगों को दे दिया है । जो क्वालिटी किट की होती है उस क्वालिटी की किट नहीं है और इसे 5 मिनट भी हम लोग इसे नहीं पहन सकते । प्रतिदिन मरीजों को हमारे द्वारा लाया जाता है और हम बिना पीपीई किट पहन कर मरीजों को लाना हमें मंजूर है लेकिन इस किट को पहन कर हम बिल्कुल भी मरीजों को नहीं लाएंगे । आकाश दुबे ने यह भी बताया कि कुछ दिन पूर्व एक पेशेंट को लेने जा रहा था जो कि कोरोना पॉजिटिव था और मैंने तब यह किट पहनी तो मेरी हालत खराब हो गई जैंत चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने मुझे अस्पताल में भर्ती कराया । हम लोग जिलाधिकारी महोदय के पास आए हैं अपनी समस्या को लेकर अगर हमारी समस्या सुन ली जाती है तो ठीक अगर इसी तरह की पीपीई किट को पहनकर हमें काम नहीं करना । इससे अच्छा है कि हम बिना पीपीई किट पहने काम करें । जान चली जाए इस किट को हम लोग नहीं पहनेंगे । स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी हम लोगों ने लिखित में दिया है लेकिन कोई सुनवाई आज तक नहीं हुई ।
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