हाई कोर्ट के जज से जांच कराने की मांग
  • 4 years ago
ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि विकास दुबे के एनकॉउंटर मंत्रियों, विधायकों और बड़े बड़े अधिकारियों को बचाने के लिए किया गया है। राजभर ने सवाल उठाया है कि अगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था तो कोर्ट ले जाकर कानून के हिसाब से सज़ा दिलाकर फांसी पर चढ़ा देना चाहिये था।
वाराणसी. कानपुर के चौबेपुर में आठ पुलिस वालों की हत्या के दोषी माफिया विकास दुबे के एनकाउंटर पर पूर्व मंत्री और सुभसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि एनकाउंटर से मंत्रियों, विधायकों समेत बड़े लोगों के नाम और सरकार की नाकामी सामने आने से बच गयी। उन्होने इसकी जांच हाई कोर्ट के वर्तमान जज से कराए जाने की मांग की है।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि विकास दुबे को संरक्षण मिला हुआ था। उस दुर्दांत अपराधी पर रासुका और गैंगस्टर तक की कार्रवाई नहीं की कि गयी। वह सालों खुले घूमता रहा। उसने हमारे आठ पुलिस के जांबाज़ों की हत्या कर दी। उसके लिये कोई हमदर्दी नहीं हो सकती। पर उसे सज़ा कानून के हिसाब से मिलनी चाहिये थी। राजभर ने विकास के एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए दावा किया कि ऐसा सरकार की नाकामी छिपाने के लिए किया गया है, ताकि उनके विधायक और मंत्रियों और बड़े अधिकारी को बचाया जा सके।

राजभर ने सवाल उठाया है कि अगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था तो कोर्ट ले जाकर कानून के हिसाब से सज़ा दिलाकर फांसी पर चढ़ा देना चाहिये था।
लेकिन डर था कि अगर वह ज़िंदा रहता तो कई नामी बड़े चेहरे सामने आ जाते। कहा कि सरकार के इशारे पर मध्यप्रदेश में उसकी गिरफ्तारी हुई। लेकिन वह मध्य प्रदेश कैसे पहुंचा यह बड़ा सवाल है। उन्होंने इसमें मध्य प्रदेश सरकार की मिली भगत का भी आरोप लगाया।
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