कैराना: पैसे हुए ख़त्म, तो श्रमिक मजदूर परिवार के साथ सफर पर निकल पड़े पैदल

  • 4 years ago
कैराना में रविवार को हरियाणा रोडवेज बस में अपनी बहन शिवानी व अन्य परिजनों के साथ हिमाचल प्रदेश में बैटरी प्लांट के अंदर काम करने वाले श्रमिक मजदूर शिवेंद्र कैराना पहुंचे तो अपनी पीड़ा सुनाई। बुलंदशहर निवासी श्रमिक मजदूर शिवेंद्र ने बताया कि लाॅक डाउन लगने के बाद बैटरी प्लांट बंद हो गया था। बैटरी प्लांट से मिली सैलरी से कुछ दिन तक उसने परिवार का पेट पाला। जिसके बाद उनके पास खाने-पीने के पैसे खत्म हो गए। उन्होंने मदद को इधर उधर देखा, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की। जिसके बाद वह भगवान भरोसे अपने गंतव्य की ओर हजारों किलोमीटर का सफर पैदल तय करने को निकल पड़े। पैदल चलने के कारण उनके पैरों में छाले पड़ गए। हरियाणा सीमा में आते ही पुलिस ने उनको पकड़ कर एक शेल्टर होम में बंद कर दिया। जहां पर खाने पीने की कुछ व्यवस्था सही थी। जिसके बाद आज उन्हें रोडवेज बस के द्वारा उनके घर ले जाया जा रहा हैं। और जिस तरह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रमिक मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के आदेश दिए हैं। वें सरकार का तहे दिल से धन्यवाद अदा करते हैं और किसी भी तरह अपने घर पहुंचना चाहते हैं।

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