धैर्य बनाए रखने का समय: प्रेम रावत
  • 4 years ago

अंतरराष्ट्रीय स्तर के जाने माने मोटिवेशनल स्पीकर प्रेम रावत का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण लगे हुए लॉकडाउन में हमें अपने घरों में रह कर खुद के साथ दूसरों को भी सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। खासतौर पर पत्रिका के माध्यम से आम जनता के लिए भेजे गए संदेश में उन्होंने कहा है कि आप जिस भी परिस्थिति में हैं आप आनंदमय हैं। अमीर और गरीब सभी लोग हर परिस्थिति में आनंदमय जीवन व्यतीत कर सकते हैं। लोगों से सरकार बस यही कह रही है कि वह अपने घरों में रहे। इससे अधिक कुछ नहीं मांगा जा रहा। आप सबसे पहले मनुष्य है । मानव होने के नाते हमारा फर्ज हैं कि हम खुद को सुरक्षित रखें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।
कोरोना वायरस के कारण चले लॉकडाउन के दौरान सरकार लगातार आम जनता से घर में रहने की अपील कर रही है। प्रशासन लॉकडाउन के नियमों की पालना करवाने में जुटा हुआ है। उनका कहना था कि मेरा मानना है कि शांति तभी होगी जबकि एक एक कर दीया जलेगा। सरकार यही कह रही है कि यदि लोग एक दूसरे से मिलेंगे तो हम इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं लेकिन लोग इस पर ध्यान नहीं दे रहे, जबकि यह समय हमें अपनी सहनशक्ति को समझने का है।
हम सभी जानते हैं कि इस समय चिकित्सक हमारे लिए काम कर रहे हैं। अस्पतालों में जगह नहीं है लेकिन ऐसे समय में भी कुछ लोग सरकार की बात नहीं मान रहें। दरअसल यह समय इस बात को परखने का है कि क्या हमारे अंदर सहनशक्ति है अथवा नहीं।
मनुष्य की असली पहचान ऐसे ही समय होती है। ऐसे समय पता चलता है कि मनुष्य में हौंसला है अथवा वह डरा हुआ है। ऐसी आपदाओं से ही मानवता की पहचान होती है। यदि हमारे पास धीरज और हौंसला है तो हम कुछ भी प्राप्त कर सकते हैं इसलिए आवश्यकता इस बात की है कि धैर्य बनाए रखें।
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