काबू में कोरोना, पर खतरा बरकरार

  • 4 years ago
चूरू. करीब एक महीने के कफ्र्यू...कड़ी चौकसी और उतनी ही कड़ी स्क्रीनिंग का नतीजा चूरू के लिए मंगलवार को सुखद संदेशा लेकर आया। चूरू का 14वां संक्रमित मरीज भी अब कोविड-19 से जंग जीत कर चूरू वापसी कर रहा है। उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। चूरू से वाहन दोनों बाप-बेटों को लेकर बीकानेर से निकल भी चुका है। जिला कलक्टर संदेश नायक ने ताजा हालात पर संतोष जताया है, लेकिन लोगों को आगाह भी किया है कि यह समय और अधिक सतर्कता बरतने का है। लॉकडाउन और कफ्र्यू जैसी जीवनशैली को ही लोग अपनाएं। बगैर जरूरत घर से बाहर न निकलें। लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी तरह का संदेह होने पर सैंपलिंग करवाएं। और सबसे जरूरी बात...अगर कोई प्रवासी चूरू में दाखिल हुआ है, तो उसके बारे में प्रशासन को जरूर अवगत कराएं।

सावधानी क्यों जरूरी
जानकारी के मुताबिक, चूरू जिले में सख्ती और समुचित मेडिकल इंतजामों की बदौलत एक ही दिन में 7 लोगों के एक साथसंक्रमित होने के बावजूद जिस तरह से हालात पर काबू पाने के प्रयास हुए, उसमें कुछलोगों को छोड़ कर लगभग पूरा चूरू प्रशासन के साथ खड़ा नजर आया। कहीं से भी किसी उल्लेखनीय अप्रिय वारदात की सूचना नहीं रही। लेकिन अब जब चूरू में कोरोना संक्रमण के फैलाव पर काबू पा लिया गया है और पिछले 18 दिन से किसी नए संक्रमित केस की सूचना नहीं है, तो ऐसे में सारा ध्यान प्रवासियों की वैध-अवैध तरीके से हुई आमद की ओर जा रहा है।

चिंता की वजह
जानकारी के मुताबिक, एक तरफ जहां चूरू अपने संसाधनों और जज्बे से कोरोना महामारी से जूझते हुए संक्रमण को काबू में रखने की कोशिशों में जुटा है, तो वहीं गत 21 अप्रेल को भादरा में कोलकाता से आए एक कोरोना संक्रमित शख्स ने प्रशासन के न सिर्फ कान खड़े कर दिए, बल्कि चिंता भी बढ़ा दी। दरअसल, इस शख्स के आने के बाद दो अन्य लोगों के उसके संपर्क में होने की जानकारी मिली, इनमें से एक राजगढ़ का और दूसरा सेउवा का निवासी बताया जा रहा है। दोनों के भादरा वाले शख्स के निकट संपर्की होने की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य टीमों ने दोनों को आईसोलेट किया, लेकिन तब तक 25 अप्रेल आ चुकी थी। दोनों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिनमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।हालांकि, उनका फिर से दोबारा सैंपल भेजे जाने की खबर है।

संपर्कों को छुपा रहे हैं दोनों
जानकारी मिली है कि राजगढ़ और सेउवा के दोनों शख्स कोलकाता वाले कोरोना संक्रमित के साथथे और यहां आने के बाद भी उन्होंने लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं किया और काफी लोगों से मिले। हालांकि, पूछताछ में वे खुद को घरों में क्वारेंटाइन रहने की बात ही कहते रहे। जबकि मेडिकल टीम को सूत्रों से पता चला कि दोनों ने इस दौरान भी लोगों से मिलने-जुलने जैसी सक्रियता बरती। अब प्रशासन की निगाह इनके रिपीट सैंपल पर है। साथही उसके मिलने जुलने वाले लोगों की तलाश भी की जा रही है।

फैक्ट फाइल: एक महीने में क्या हुआ
& 21308 घरों का सर्वे
& 32.49 लाख लोगों की स्क्रीनिंग
& 959 लोगों की सैंपलिंग
& 905 की रिपोर्ट निगेटिव
& 14 पॉजिटिव
& 14 पॉजिटिव से निगेटिव
& 40 की रिपोर्ट का इंतजार
& 02 रिपीट सैंपल का इंतजार
& 189 अब भी सरकारी क्वारेंटाइन में
& 703 चिन्हित क्वारेंटाइन में
(आंकड़े 27 अप्रेल तक)

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