शामली: लॉकडाउन में खाने की आस में बैठे गरीब मजदूर, लगाई सहायता की गुहार

  • 4 years ago
वैसे तो लाॅक डाउन में जनप्रतिनिधि से लेकर पुलिस प्रशासन गरीबों को दिन-रात खाद्य सामग्री की किट बांटने में लगे हुए हैं। लेकिन अभी भी बिना खाद्य सामग्री के कुछ गरीब मजदूर अपने घरों में राशन किट की आस में बैठे नजर आ रहे हैं। गरीब बेसहारा मजदूरों ने प्रशासन से सहायता की गुहार लगाई है। कोरोना संक्रमण महामारी से जंग के आगाज के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिन का लाॅक डाउन लगा रखा हैं। लाॅक डाउन के चलते रोज कमाने वाले मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं, क्योंकि लाॅक डाउन में उनको कोई काम भी नहीं मिल पा रहा हैं, ताकि ऐसे लोग कुछ काम कर अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। वहीं क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों सहित पुलिस प्रशासन गरीब बेसहारा लोगों को सहायता राशि पहुंचाने में लगा हुआ हैं। इसके विपरीत कैराना तहसील के गांव जहानपुरा में 3 परिवार ऐसे हैं। जिनको अभी तक भी खाद्य सामग्री की किट किसी ने नहीं पहुंचाई। गांव जहानपुरा निवासी इनाम ने बताया कि कुछ दिन पहले एक्सीडेंट में उसकी टांग टूट गई थी। जिसके बाद वह चारपाई पर लेट गया। 10 दिन से दवाई भी नहीं मिल पा रही हैं। ग्राम प्रधान ने उससे आकर पूछताछ तो की, लेकिन राशन की कोई व्यवस्था नहीं की कराई। उसके घर में राशन खत्म हो गया हैं और उसके बच्चे नमक से रोटी खाकर अपना पेट भर रहे हैं। वहीं गांव में विधवा महिला मुनीबा ने भी बताया कि उसके पति की 5 साल पहले मौत हो गई थी। उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं। कोई कमाने वाला नहीं हैं। उसको अभी तक भी किसी की ओर से मदद नहीं दी गई। दोनों ने प्रशासन से सहायता की गुहार लगाई हैं।

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