वुहान में 76 दिन का लॉकडाउन खत्म, क्या भारत में बढ़ेगा बंद का दायरा?

  • 4 years ago
चीन के वुहान शहर, जहां से निकली कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया, वहां अब जीवन सामान्य होने जा रहा है। वहां 11 सप्ताह लंबा लॉकडाउन अब खोल दिया गया है। परिवहन भी अब शुरू किया जा चुका है। तीन महीनों में पहली बार ऐसा हुआ कि मंगलवार को पूरे चीन से एक भी कोरोना वायरस मरीज नहीं आया। मरीजों का आंकड़ा थमने के बाद यहां बंद खोला गया है। यहीं से निकले कोरोना वायरस ने फिलहाल दुनिया में तबाही मचा रखी है। दुनिया के डेढ़ सौ से ज्यादा देश इस समय लॉकडाउन झेल रहे हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित अमरीका के नागरिक हुए हैं। वहां भी यह लॉकडाउन लम्बे समय तक चल सकता है। इस मुताबिक देखें तो शायद भारत में भी यह 21 दिनों का लॉकडाउन लंबा चलने के आसार दिखाई देने लगे हैं। भारत में फिलहाल यह वायरस तेजी से फैल रहा है। फिलहाल इसके आंकड़ों में कमी आती नजर भी नहीं आ रही। अब तक यहां 5,194 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में अब तक 149 लोगों की मौत हो चुकी है और 401 लोग इलाज के बाद स्वस्थ होकर अपने घर वापस जा चुके हैं। बता दें, देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है और यह 14 अप्रेल तक के लिए लगाया गया था। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इसे देखते हुए लॉकडाउन और आगे बढ़ाया जा सकता है। आज नोएडा में भी नए मरीजों के आने की खबर के बाद वहां भी 200 लोगों को क्वारंटीन किया गया है। हालांकि खबर यह भी आ रही है कि लॉकडाउन में कुछ ढील दी जा सकती है, लेकिन चार सप्ताह तक देशभर में कोई स्कूल नहीं खुलेगा और न ही कोई धार्मिक समारोह का आयोजन किया जा सकेगा।

चीन की बात करे तो यहां के कुल 82,000 मामलों में से अधिकांश वुहान शहर के मरीज थे। चीन में घातक कोरोना वायरस से संबंधी आंकड़े जनवरी से प्रकाशित किए जाने के बाद से मंगलवार को पहली बार ऐसा हुआ कि देश में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से मौत का एक भी मामला सामने नहीं आया और वह अब इस संक्रमण का केंद्र रहे वुहान को बाहरी लोगों की यात्रा के लिए खोला जा रहा है।
हालांकि यहां दूसरे चरण में कोरोना फैलने की आशंका भी जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि चीन में दूसरे देशों से आए उसके नागरिकों में भी कोरोना संक्रमण पाया गया। चिंताजनक यह है कि इन नए मामलों में कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे। यदि इस से कोरोना फैलता है तो दुनिया एक मुसीबत से निपटने से पहले दूसरी मुसीबत में जा सकती है। फिलहाल दुनियाभर में इसे फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का फार्मूला अपनाया जा रहा है। ताकि इसे एक से दूसरे इलाके में फैलने से रोका जा सके। विशेषज्ञों का कहना है कि इस आपदा से निपटने के लिए सावधानी जरूरी है। यदि कोई देश यह समझे कि वहां के नागरिेकों को यह नहीं हो सकता तो यह उनकी भूल होगी। कोरोना महामारी यदि सामूहिक रूप से फैली तो दुनिया को तबाह भी कर सकती है। इसीलिए भारत में अभी लॉकडाउन से इसे हराने की रणनीति आगे बढ़ानी होगी।

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