पचास खतरों में फँस सकते थे || आचार्य प्रशांत (2019)

  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, 19.10.19, लखनऊ , उत्तर प्रदेश , भारत

प्रसंग:

गुरु के प्रति आभार कैसे व्यक्त करें?
कैसे दिखाई दे कि कहाँ-कहाँ फँस सकते हैं?
क्या दुःख हटने से अनुग्रह बढ़ता है?


संगीत: मिलिंद दाते

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