समझूँ क्यों? प्रेम क्यों? || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2013)

  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:
संवाद सत्संग, 25.9.2013, एम.आई.टी., मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत

प्रसंग:
~ कोई हमें समझाए तो कैसे समझे?
~ किसी और को समझना ज़रूरी क्यों है?
~ समझने का अर्थ क्या है?
~ प्रेम में जीना ज़रूरी क्यों है?

संगीत: मिलिंद दाते

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