इतना समर्पण सुख के लिए है, काश थोड़ा सच के लिए भी होता || आचार्य प्रशांत (2019)
  • 4 years ago
वीडियो जानकारी: विश्रांति शिविर, 6.10.19, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत

प्रसंग:

~ हम किसी भी कला को सीख क्यों नहीं पाते?
~ क्यों हम पेट को आत्मा से ज़्यादा प्रश्रय देते हैं?
~ ऐसा क्या है जो हमें सुख के प्रति आकर्षित करता है?

संगीत: मिलिंद दाते
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