बच्चों की मौत पर जोधपुर मेडिकल कॉलेज का तर्क

  • 4 years ago
जोधपुर. विशेषज्ञ चिकित्सकों की भरपूर उपलब्धता और संसाधनों के मामले में बेहतरीन सुविधाओं के बावजूद जोधपुर के मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग विभाग में बच्चों की मौत का क्रम बरकरार है। दिसम्बर माह में ही 146 बच्चों की मौत हो जाने के बाद मामले की पड़ताल में सामने आया कि इस विभाग पर काम का दबाव बढ़ता जा रहा है। वहीं दूर दराज से यहां आने वाले बीमार बच्चों को तत्काल विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से इलाज नहीं मिल पाता है। वरिष्ठ चिकित्सक ओपीडी में नहीं बैठते। वहीं विभागाध्यक्ष सहित तीन डॉक्टर स्वयं के अस्पताल चला रहे है। ऐसे में उनका फोकस सरकारी के बजाय अपने अस्पताल पर अधिक रहता है। साथ ही वार्डों की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है। आज जिला कलेक्टर ने भी उम्मेद अस्पताल का दौरा कर व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मैं यहां की व्यवस्थाओं से संतुष्ट नहीं हूं। यहां काफी सुधार की गुंजाइश है।

Recommended