जानकर यदि भूल गये तो कभी जाना ही नहीं || आचार्य प्रशांत, संत कबीर पर (2014)
  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२९ जून २०१४,
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

दोहा:
सौ बरसा भक्ति करे, एक दिन पूजे आन |
सौ अपराधी आत्मा, पड़े चौरासी खान ||

प्रसंग:
ज्ञान माने क्या ?
सत्य की झांकी कैसी होती है?
कबीर इस दोहे के माध्यम से किस ओर इशारा कर रहे है?