मुसीबतों को रोते हो और मदद को क्यों ठुकराते हो? || आचार्य प्रशांत (2013)

  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१८ दिसम्बर २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
मुसीबतों को रोते हो, और मदद को क्यों ठुकराते हो?
पिंजरे से बाहर आने में डर क्यों लगते है?
शरीर से इतना मोह क्यों?
गुलामी से बाहर कैसे आये?

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