बदले स्थिति न बदले तुम्हारा स्थान, राजा वो जो आसन पर विराजमान || आचार्य प्रशांत (2014)

  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१ अप्रैल २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
बदले स्थिति न बदले तुम्हारा स्थान, राजा वो जो आसन पर विराजमान?
मन को कहाँ अवस्तिथ करे?
कैसे जाने की मन को कहाँ केंद्रित करना हैं?
मन अपना विस्तार क्यों चाहता है?