समय या तो बोध में रुकता है या मूर्छा में || आचार्य प्रशांत (2013)

  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
३ नवम्बर २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
समय कहाँ रुकता हैं?
कोई काम समयरहित होकर कैसे करें?
मन को ध्यानस्त कैसे करें ?
अपनी रीडिंग स्पीड (Reading speed) कैसे बढ़ाये?
समय या तो बोध में रुकता है या मूर्छा में?

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