हम दूसरों से प्रभावित क्यों हो जाते हैं? || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2013)

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वीडियो जानकारी:

संवाद सत्र
११ अक्टूबर २०१३
एम.आई.टी, मोरादाबाद

प्रसंग:
मेरा मन दूसरों से प्रभावित क्यों हो जाते हो?
सही का चुनाव कैसे करे?
मैं दूसरों से इतना प्रभावित क्यों हो जाता हूँ कि उन्हीं की तरह बर्ताव करने लगता हूँ?
आचार्य जी, समझ भी तो हमारी बाहरी है?
क्या है जो हमारा अपना है?
अपने निर्णय खुद कैसे लें?

संगीत: मिलिंद दाते