आप भूल करते नहीं, आप भूल हैं || आचार्य प्रशांत, संत दादूदयाल पर (2014)
- 4 years ago
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
५ नवम्बर, २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
श्लोक:
न मे बान्धोअस्ती मोक्षो वा भ्रान्ति: शान्ता निराश्रया |
अहो मयि स्थितं विश्वं वस्तुतो न मयि स्थितम् ॥
प्रसंग:
गलतियों को कैसे सुधारें?
मैं चीज़ें भूल क्यों जाता हूँ?
भूल कैसे सुधारें?
शब्दयोग सत्संग
५ नवम्बर, २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
श्लोक:
न मे बान्धोअस्ती मोक्षो वा भ्रान्ति: शान्ता निराश्रया |
अहो मयि स्थितं विश्वं वस्तुतो न मयि स्थितम् ॥
प्रसंग:
गलतियों को कैसे सुधारें?
मैं चीज़ें भूल क्यों जाता हूँ?
भूल कैसे सुधारें?