अध्यात्म जीवन जीने की कला है || आचार्य प्रशांत (2016)

  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२८ अगस्त, २०१६
रमण महर्षि केंद्र, दिल्ली

प्रसंग:
क्या अध्यात्म जीवन जीने की कला है?
क्या अध्यात्म इसलिए है कि जीवन सुन्दर हो सके?
क्या आध्यात्मिकता भगोड़े लोगो के लिए?
कबीर ने आध्यात्मिक आदमी को सुरमा /योद्धा क्यों कहे है?
क्या अध्यात्म परिवार से पलायन करने का नाम है?
अपने जीवन को कैसे देखे?

संगीत: मिलिंद दाते

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