बदलाव से ही डरता है ये निरंतर बदलता मन || आचार्य प्रशांत (2015)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२० सितम्बर २०१५
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
क्यों बदलाव से ही डरता है ये निरंतर बदलता मन?
मन अपने अहँकार को कोई बचाना चाहता है?
मन सुरक्षाओं में क्यों जीता है?