दुखी मन ही जीवन को टालता है || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2014)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

संवाद सत्र
१२ सितम्बर, २०१४
एम.आई.टी, मुरादाबाद

प्रसंग:
दुखी मन ही जीवन को टालता है?
मन को नकली चीज क्यों भाती है?
अपने मन को कैसे जाने?
क्या मन पर नियंत्रण किया जा सकता है?

संगीत: मिलिंद दाते