राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ द्वारा ३२ स्थानों से पथ संचलन निकाला
  • 5 years ago
इन्दौर महानगर के ४ जिलों द्वारिका, बद्रीनाथ, रामेश्वरम व जगन्नाथ जिलों के ३२ नगरों के संचलन निकलें जिसमें विशेष रूप से वीर तेजाजी नगर में प्रांत प्रचारक श्री बलिराम जी पटेल ने अपना उद्बोधन दिया । उन्होनें कहाँ कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आज के दिन ही स्थापना हुई थी, आज के दिन ही १९२५मे पहली संघ की शाखा लगी ओर अब इतने वर्षो मे संघ एक वट वृक्ष की तरह बढ़ रहा हैं। प्रान्त प्रचारक श्री बलिराम जी पटेल ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि स्वयं को कमजोर समझना या स्वयं का कमजोर होना समाज का कमजोर होना है इसलिए युवा शक्ति को हमेशास्फूर्तिवान और ताकतवर बनाना चाहिए । भारत को शक्तिशाली बनना पूरे विश्व कल्याण के लिए आवश्यक है एक भारत ही है जिसने हमेशा विश्व कल्याण और वसुधैव कुटुम्बकम की बात की है । प्रान्त प्रचारक जी ने कहा की संघ की शक्ति सात्विक शक्ति है सर्जनों की शक्ति है जो लोककल्याण के लिए सतत कार्य करती है । आज जातिवाद के कुछ समूह बनकर अपने थोड़े फायदे के लिए पूरे समाज को आपस मे लड़ाने का काम करती है वैमनस्य फैला रही है ऐसी शक्ति से सचेत और सभी को इस विचार से लड़ना होगा सभी को समरसता के साथ काम करना होगा । बौद्धिक के पश्चात ग्रामनुभव एवं प्लास्टिक मुक्त भारत के संकल्प कराये गए । कार्यक्रम में व्यकितगत गीत राहूल जी गोयल, सामूहिक गीत जितेन्द्र जी बेला ने लिया, माननीय संघचालक श्री ताराचंद चंदेल एवं मुख्य अतिथि श्री घनश्याम जी केसवानी, शिवधाम उपस्थित थे।
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