'मुझे नहीं जाना ससुराल, पहले अधूरी पढ़ाई करनी है पूरी, पति तो सिर्फ बच्चे पैदा करना चाहते हैं'

  • 5 years ago
chhatarpur woman refused for go In-Laws house due to her study

छतरपुर। यह दास्तां है कि एक ऐसी लड़की की जो पढ़ना चाहती है। पढ़ -लिखकर कुछ बनने का ख्वाब देखती है। परिवार की दशा और दिशा की बदलने की चाहत रखती है। पीढ़ियों से चली आ रही मजदूरी करके पेट भरने की परम्परा को तोड़ने का हौसला रखती है, मगर सामाजिक कुरीतियां पैरों में बेड़ियां बन गईं। 11वीं कक्षा में थी तब शादी के बंधन में बंध गई। फिर पढ़ाई छूटी। ख्वाब टूटे। लेकिन उम्मीद जिंदा रही।

छतरपुर के बर्दवाहा की रहने वाली है पूजा

20 वर्षीय यह लड़की पूजा कुशवाहा मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के मातगुवां थाना क्षेत्र के गांव बर्दवाहा की रहने वाली है। दो साल पहले इसकी शादी ईशानगर थाना क्षेत्र के गांव लक्षमानपुरा में सुंदर कुशवाहा के साथ हुई। दोनों के एक बेटा भी है। पूजा अपने परिजनों के साथ मंगलवार को छतरपुर शहर के चौराहे स्थित चौकी पहुंचकर अपनी पीड़ा बयां की।

नहीं जाना चाहती थी ससुराल

पुलिस चौकी में आई पूजा ने बताया कि शादी के कारण वह 11वीं से आगे नहीं पढ़ पाई, मगर इस बार 12वीं का फार्म भरा है। उच्च शिक्षा लेना चाहती थी, मगर ससुराल वाले पढ़े-लिखे नहीं हैं। इसलिए वे पढ़ाई का महत्व नहीं समझ रहे हैं। पति सुंदर कुशवाहा समेत परिवार के अन्य सदस्य भी मजदूरी करते हैं। मुझे मजदूर बनकर जीवन नहीं जीना। पढ़-लिखकर आगे बढ़ना चाहती हूं। इसलिए ससुराल नहीं जाना चाहती।

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