दलित बच्चों के साथ खाना नहीं खाते ऊंची जाति के छात्र
  • 5 years ago
बलिया. यहां एक प्राथमिक विद्यालय में बच्चों के बीच भेदभाव व छुआछूत का मामला सामने आया है। शिक्षा क्षेत्र नगर के प्राथमिक विद्यालय रामपुर नंबर एक में सामान्य और एससी/एसटी वर्ग के बच्चे साथ बैठकर भोजन नहीं करते। बल्कि थाली भी अपने घर से लेकर आते हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने भी इस दावे पर सहमति जताई है। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे निंदनीय करार दिया है। मायावती ने कहा, राज्य सरकार तुंरत सख्त कार्रवाई करे, ताकि इसकी पुनरावृत्ति न हो। 



 

मायावती ने किया टि्वट

बसपा प्रमुख मायावती ने टि्वट किया है। लिखा कि, यूपी के बलिया जिले के सरकारी स्कूल में दलित छात्रों को अलग बैठाकर भोजन कराने की खबर अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। बीएसपी की माँग है कि ऐसे घिनौने जातिवादी भेदभाव के दोषियों के खिलाफ राज्य सरकार तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि दूसरों को इससे सबक मिले व इसकी पुनरावृति न हो। 

 

यह है पूरा मामला

बलिया के शिक्षा क्षेत्र नगर में प्राथमिक विद्यालय रामपुर नंबर एक अंग्रेजी माध्यम विद्यालय है। यहां बच्चे मिड-डे-मील साथ साथ नहीं करते। दावा है कि, इसके पीछे छुआछूत एक प्रमुख वजह है। दलित बच्चों को सामान्य व पिछड़ी जाति के बच्चे अलग बैठने को कहते हैं। विद्यालय में बच्चों के लिए थाली है, लेकिन ज्यादातर बच्चे अपने घर से थाली लाते हैं, जिसमें वे भोजन करते हैं। इस संबंध में बच्चों का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। 

 
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