हर प्रयोग सफल हो, यह जरूरी नहीं: अखिलेश

  • 5 years ago
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को गठबंधन टूटने पर कहा कि बसपा प्रमुख मायावती के लिए उनके दिल में हमेशा सम्मान रहेगा। उन्होंने कहा कि मैं इंजीनियरिंग का छात्र रहा हूं और गठबंधन एक प्रयोग था। हर प्रयोग सफल हो, यह जरूरी नहीं होता। अखिलेश ने कहा- फिर भी हम प्रयोग करते हैं और सीखते हैं कि क्या कमी रह गई। मायावती ने मंगलवार को सपा से गठबंधन तोड़ने की घोषणा की थी और कहा था कि प्रदेश मेें 11 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप-चुनाव में बसपा अकेले लड़ेगी।

 

लोकसभा चुनाव में सपा को 5 और बसपा को 10 सीटें मिली थीं। उधर, भाजपा को यहां 62 सीटें मिली थीं। 

 

उप-चुनाव पर कहा- अब रास्ते खुल गए हैं

अखिलेश ऐशबाग स्थित ईदगाह में प्रदेशवासियों को ईद की मुबारकबाद देने के बाद मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, "उप्र में लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन के दौरान मैंने पहले दिन कहा था कि मायावतीजी का मान हमारा मान है। मैं आज भी अपनी उस बात पर कायम हूं, लेकिन अब रास्ते खुल गए हैं। उप-चुनाव में हम अकेले लड़ेंगे। 2022 की रणनीति पार्टी में चर्चा के बाद तय की जाएगी।'

अखिलेश ने कहा- हम देश की गंगा-जमुनी संस्कृति की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहां सभी जातियों और धर्मों के लोग सद्भाव से रह सकें। अमेठी में भाजपा के नेता की हत्या भाजपा के लोगों ने ही कर दी और पुलिस ने एक्शन भी लिया। लेकिन, गाजीपुर में सपा कार्यकर्ता की हत्या के मामले में कोई एक्शन नहीं लिया गया। लखनऊ में एक लड़की जिंदा जला दी गई। एक अन्य लड़की को गुंडे उठाकर ले गए। पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था लड़खड़ा गई है।

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