धर्मपुत्र - युधिष्ठिर के जन्म से जुडी रोचक बातें | Unknown Facts of Yudhishthira |आध्यात्मिक अर्था

  • 5 years ago
धर्मपुत्र - युधिष्ठिर के जन्म से जुडी रोचक बातें
महाभारत हिन्दू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है और इस ग्रंथ के सभी पात्र और उनका महत्त्व अपने आप में खास माना जाता है। इस वीडियो में हम आपको धर्म से जुड़े पांडवों के ज्येष्ठ भ्राता युधिष्ठिर के जन्म की कुछ रोचक बातें बताने जा रहें हैं


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१ महाभारत के महाकाव्य में, युधिष्ठिर पांडवों के सबसे बड़े भाई थे और वह कुंती और पांडु के पहले पुत्र थे

२ युधिष्ठिर को धर्मनंदन और धर्मपुत्र भी कहा जाता था, जिसका अर्थ था धर्मराज अर्थात यमराज के पुत्र

३ प्रसिद्ध कथा के अनुसार, कुंती को ऋषि दुर्वासा से पांच मंत्रों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ था जो बहुत ही लाभदायक सिद्ध हुआ था

४ इन मंत्रों के माध्यम से, कुंती किसी भी देवता का आवाहन कर सकती थी और देवता स्वयं प्रकट होकर उसे पुत्र प्राप्ति करा सकते थे

५ जब कुंती को पता चला कि गांधारी गर्भवती है, तब उसने धर्मदेव का आवाहन किया और ध्यान लगाकर मंत्र का जाप किया, जिस से युधिष्ठिर का जन्म हुआ

६ ग्रंथों के अनुसार युधिष्ठिर का जन्म वर्ष की पंचमी तिथि पर आठवें ज्येष्ठ दिन की दोपहर को हुआ था। माना जाता है यह एक बहुत ही शुभ घडी थी जिसे अभिजीत कहते है

७ उनके जन्म के समय, आकाशवाणी हुई की इस बच्चे को युधिष्ठिर नाम से जाना जाएगा और इसे सच्चे-पवित्र लोगों में सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए नियुक्त किया गया है

८ आकाशवाणी में यह भी कहा गया कि युधिष्ठिर निश्चित रूप से एक न्याय परायण राजा बनेगा। और यह सब सच हुआ जब युधिष्ठिर इंद्रप्रस्थ का पहला राजा बना और बाद में उसने पांडव सेना का कुरुक्षेत्र के युद्ध में नेतृत्व किया और अंत में हस्तिनापुर का राजा बन गया

९ युधिष्ठिर का अन्य प्रसिद्ध नाम अजातशत्रु था अर्थात जिसका कोई भी शत्रु नहीं है। ऐसा माना जाता है कि महाकाव्य के अंत में पांडवों में से सिर्फ युधिष्ठिर को ही स्वर्ग की प्राप्ति हुई थी

१० युधिष्ठिर के यह अनजाने सच आपको कैसे लगे हमे कमेंट बॉक्स में बताईये और ऐसे अधिक रोचक तथ्य जानने के लिए देखते रहें अर्था चॅनेल

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