Vasant babu moves door to door to more than 250 houses to make bread available for others

  • 6 years ago
एक रोटी की खातिर वसंत शर्मा रोज शहर के ढाई सौ घरों का चक्कर लगाते हैं। वे यह रोटी अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों का पेट पालने के लिए इक्ट्ठा करते हैं। इसके लिए वे रोज अपने गांव चातर से

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