बाबा और हनीप्रीत को न्यूड देखा तो हो गए जान के लाले #Honeypreet #Baba

  • 7 years ago
चंडीगढ़.हनीप्रीत बाबा की मुंहबोली बेटी या कुछ ओर आज चंडीगढ़ में हुई एक प्रैस कांफ्रैस में हनीप्रीत के पति ने कई खुलासे किए।
राम रहीम जिस हनीप्रीत को गोद लेने का दावा करते हैं, उसके पति ने ही दोनों के बीच अवैध संबंध के आरोप लगाए हैं।

- प्रेस कॉन्फ्रेंस में विश्वास गुप्ता ने कहा कि जो कुछ भी डेरे में होता था वो बिना बाबा की इजाजत के नहीं होता था। ये लोग घूमने लग गए और बीमार होता गया। ये सब डेढ़ साल तक 2011 तक चला।
- 2011 में बाबा और मेरा कमरा साथ-साथ था। मैं बेचैन रहता था। मैं रात को बाहर आया। बाबा के कमरे के पास देखा तो वो दोनों न्यूड थे और सेक्स कर रहे थे।
- बाबा ने भी मुझे देख लिया। उसने मुझे धमकी दी कि अगर तूने किसी को ये बताया तो उनकी तो जान नहीं बचेगी तू तो वैसे भी बचेगा नहीं।
- इसके बाद मैं अपने पिता के पास आकर ये बताया। इसी दौरान डेरे में मेरे लगाए दो लड़के मेरे पास आए।
- उन लोगों ने बताया कि हमें जीजाजी को मारने के ऑर्डर मिले हैं। उन लड़कों की मदद से हम रातोंरात पंचकूला आ गए। ये सब जुलाई 2011 में हुआ।
- बाद में हम वहां अपने कुछ कागज लेने गए तो बाबा के राइटहैंड ने मेरे सिर पर बंदूक लगा दी। हमें सारी प्रॉपर्टी डेरे के नाम करनी होगी तभी वो मुझे जाने देंगे।
- हमनें सारी प्रॉपर्टी डेरे के नाम कर दी। फिर पंचकूला के सेक्टर 15 में रहने आ गए।
- यहां भी बाबा ने मेरी निगरानी के लिए लोग लगा दिए। मैं जहां जाता था वो मेरे पीछा करते थे।
क्या डेरे में हथियार होते हैं?
- इस सवाल के जवाब में विश्वास गुप्ता ने कहा कि डेरे के अंदर का मुझे तो नहीं पता। लेकिन बाबा जिस गाड़ी से जाता था उसमें हथियारों का बॉक्स होता था।
केस क्यों वापस लिया?
- इस पर विश्वास ने कहा कि मेरे पर दहेज का केस कर दिया गया। मैं मेरी मां और पिता भागते रहे। डेरे के लोग हमारे पीछे लगे थे।
- मेरे रिश्तेदारों ने इस दौरान हमारी बहुत मदद की। करीब तीन महीने बाद कोर्ट ने हमारी सुलह के लिए हनीप्रीत और मुझे बुलाया।
- जज ने पूछा तू चाहती क्या है। तो हनीप्रीत ने कहा कि पहले विश्वास गुप्ता को जेल में डालो फिर ये माफी मांगेगा। फिर सोचूंगी आगे क्या करना है।
- इस केस में मुझे जमानत मिल गई।
- इसी दौरान हम पनीपत शिफ्ट हो गए। इसी दौरान डेरे ने हमारे ऊपर धोखाधड़ी का केस कर दिया। मुझे निचली केस में जमानत नहीं मिली। मुझे पटियाला जेल भेज दिया गया।
- वहां पहले ही दिन मुझे दो लोगों ने थप्पड़ मारे। अगले दिन एक सरदार जी पुलिस की वर्दी में आया। वो एक बंदे से मिलकर गया।
- थोड़ी देर बाद उस बंदे ने एक दूसरे कैदी से पूछा कि यहां विश्वास गुप्ता कौन है। मुझे उसे मारने के लिए 10 लाख की सुपारी मिली है।
- मेरी मदद वहां बेअंत सिंह के हत्यारे ने की। वो आज मेरे लिए भगवान है। उसने मेरी जान बचाई।
- इस केस से जैसे ही मैं निकला मेरे खिलाफ राजस्थान में चेक बाउंस का केस लगा दिया। इसके अलावा मेरे ऊपर दो केस और डेरे ने कर दिए।
- ये सब चार साल चला। हमारे पास पैसे भी नहीं बचे थे। इन सब से थक कर हमने डेरे में एक चिट्ठी डाली कि हम आपसे मिलना चाहते हैं।
- इसके बाद उन्होंने हमें डेरे में बुलाया। उन लोगों ने मेरे पिता के सामने शर्त रखी कि आपको संगत में आना पड़ेगा और सबके सामने माफी मांगनी होगी।
- उन्होंने लिखकर हमें स्क्रिप्ट दी। हमारे पास कोई चारा नहीं था। हमने वहां जाकर वो स्क्रिप्ट पढ़ दी। और माफी मांग ली।
- इसके बाद जब हमने माफी मांग ली तो उसने हमारी मर्जी से डिवोर्स का केस कर दिया। धीरे-धीरे करके उन्होंने सारे केस वापस ले लिए।
किसी भी सूरत में बाबा की बेटी नहीं है हनीप्रीत
- विश्वास गुप्ता ने बताया कि हनीप्रीत को अपने पास रोकने के लिए राम रहीम बुखार का बहाना बनाता था।
- उन्होंने बताया कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि किसी भी सूरत में हनीप्रीत उसकी बेटी नहीं है। बाबा ने गोद लेने के लिए कानून का पालन नहीं किया, हनीप्रीत को मंझली बेटी बताता था। हालांकि राम रहीम मुझे बेटे की तरह मानता था, 1999 में राम रहीम ने हनीप्रीत को बेटी माना था। हनीप्रीत राम रहीम के कमरे में जाती थी, मुझे बाहर बिठाते थे। मुझे कभी आभास नहीं हुआ कमरे में क्या हो रहा था। मैंने अपने पिता को उतना नहीं माना जितना राम रहीम को माना, मेरे पिता भी उनके भक्त थे। गुप्ता ने बताया कि राम रहीम ने गुफा में बिग बॉस का सेटअप लगा रखा था, 28 दिन तक 6 परिवारों को बिग बॉस खिलाता रहा। राम रहीम बिग बॉस बनता था, 28 दिन बाद हनीप्रीत को विजेता चुना गया।

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